Bihar: BPSC 70वीं पीटी को रद्द करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने रविवार को मार्च निकाला। इसका नेतृत्व जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर कर रहे थे। जेपी गोलंबर के पास पुलिस ने मार्च को रोक दिया। शाम 7 बजे के करीब प्रशांत किशोर के वहां से जाने के बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग शुरू किया।
पहले पानी की बौछार की गई फिर लाठीचार्ज कर छात्रों को तितर-बितर किया गया। इस दौरान जेपी गोलंबर के आसपास का इलाके में पुलिस और छात्रों के बीच झड़प होती रही। झड़प में महिला अभ्यर्थी समेत छह घायल हो गए। मोहम्मद गुलजार नाम के एक छात्र को पीएमसीएच ले जाया गया। वहीं एक दर्जन छात्रों को हिरासत में लिया गया है।
वहीं इस मामले में जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर समेत 21 लोगों पर पटना पुलिस ने एफआईआर दर्ज है। प्रशासन का आरोप है कि गांधी मैदान में छात्र संसद की इजाजत नहीं मिलने के बावजूद छात्रों को बड़ी संख्या में जमा किया गया। इसके अलावा छात्र मार्च के दौरान लाउडस्पीकर और बैरिकेडिंग तोड़ने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। इसके अलावा 600 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। एफआईआर में प्रशांत किशोर के अलावा जन सुराज के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती, पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा समेत कई पूर्व आईएएस और आईपीएस अधिकारियों का नाम शामिल हैं।
इससे पहले गांधी मैदान में हजारों की तादाद में छात्र जमा हुए और एक स्वर में पीटी को रद्द करने की मांग करते हुए नारेबाजी की। गांधी मैदान में छात्र संसद का आयोजन किया गया। इसमें पांच हजार के करीब अभ्यर्थी पहुंचे थे। प्रशांत किशोर भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि छात्र जो निर्णय लेंगे जनसुराज साथ रहेगा। मार्च रविवार को ही निकाला जाएगा तो हम इसमें जाएंगे। यदि आप चाहते हैं कि हम धरने पर बैठे तो उसके लिए भी तैयार हैं। आपका नेतृत्व निर्णय ले और तुरंत बताए कि क्या करना है। शाम पौने पांच बजे छात्रों ने मुख्यमंत्री आवास के लिए मार्च करने का निर्णय लिया और गांधी मैदान से निकले लगे। गांधी मैदान के गेट को बंद रखा गया था, लेकिन छात्रों की तादाद को देखते हुए 5 नंबर गेट खोल दिया गया।