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खंड विकास कार्यालय के गेट पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठीं ग्राम प्रधान
मलिहाबाद : भ्रष्टाचार को लेकर लगातार सुर्खियों में रहने वाले पंचायती राज विभाग में एक बार फिर सरकारी अमले की कलाईयां खुल चुकी हैं। इस बार शिकायतकर्ता कोई और नहीं बल्कि खुद की महिला ग्राम प्रधान हैं। महिला ग्राम प्रधान ने अपनी ग्राम पंचायत में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर खंड विकास अधिकारी का दरवाजा खटखटाया है। उनका कहना है
कि गांवों के विकास कार्यों में भ्रष्टाचार और सरकारी धन में सेंधमारी की जा रही है। जिसमें सचिव की भूमिका अहम है। इसको लेकर ग्राम प्रधान खंड विकास कार्यालय के गेट पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गई है। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से सरकारी धन की रिकवरी करने और सचिव पर सख्त कार्यवाही किए जाने की मांग की है। वहीं, खंड विकास अधिकारी ने मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है।
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दरअसल, मलिहाबाद विकास खंड क्षेत्र के भदेरसमऊ ग्राम प्रधान विजय लक्ष्मी का आरोप है कि गांव के विकास के लिए स्वीकृत धनराशि में सचिव सेंधमारी कर रहा है। मनरेगा से लेकर सचिव तक सरकारी पैसे का दुरूपयोग कर धन गबन कर लिया है। जबकि स्थलीय जांच में स्पष्ट है कि कोई भी पूर्ण नहीं किए गए हैं। आरोप है कि सचिव उनसे रुपयों की मांग करता है। बिना काम कराए नाली, तालाब और सामुदायिक शौचालय का रुपया फर्जी तरीके से निकाला गया
है। ग्राम प्रधान का कहना है कि उनकी ग्राम पंचायत में सामुदायिक शौचालय का काम पूर्ण नहीं है। इसके अलावा पानी की टंकी और पाइप कनेक्शन भी नहीं है। कहा कि गांव के विकास के लिए उन्होंने प्रधान पद का चुनाव लड़ा था, ग्रामीणों ने अपना मत देकर उन्हें जिताया था। जिससे गांवों का विकास हो। बावूजद इसके सचिव की लापरवाही और रुपयों की मांग ने गांवों के विकास पर रोक लगा दी है। ग्राम प्रधान ने बताया कि उन्होंने समाधान दिवस पर भी यह मुद्दा उठाया था। बावजूद इसके गांव की समस्या जस की तस रही। जिसके बाद ग्राम प्रधान खंड विकास कार्यालय के गेट पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गई हैं