लखनऊ। प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर सोमवार को आजाद समाज पार्टी का राजभवन घेराव था। इसे देखते हुए कमिश्नरेट पुलिस ने प्रमुख चौराहों को छावनी में तब्दील कर दिया।
हर जगह ट्रैफिक डायवर्जन और बैरिकेडिंग कर कार्यकर्ताओं को रोका गया। प्रदर्शन में पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर रावण को भी आना था, लेकिन वह नहीं पहुंचे। परिवर्तन चौक पर पहुंचे सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। इस दौरान एडीसीपी मध्य मनीषा सिंह को ज्ञापन सौंपा। इसके कुछ देर बाद कार्यकर्ता वापस चले गये।
बीच रास्ते में रोके गये कार्यकर्ता, परिवर्तन चौक पर नारेबारी
आजाद समाज पार्टी के प्रदर्शन के दौरान उपद्रव होने की आशंका को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजाम किये थे। आईटी चौराहे से लेकर राजभवन जाने वाले मार्ग को छावनी में बदल दिया गया। हर जगह पुलिस व पीएसी के जवान मुस्तैद थे।
इस दौरान आईटी चौराहे से कुछ कार्यकर्ता सुबह 10 बजे नारेबाजी करते हुए परिवर्तन चौक पहुंचे। प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार के मुताबिक कई जिलों से कार्यकर्ता रविवार रात को ही लखनऊ पहुंच गये थे। इस दौरान परिवर्तन चौक पर एक सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश कोषाध्यक्ष अमित गौतम, प्रदेश सचिव अनिकेत धानुक और जिलाध्यक्ष अजय भारती ने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। वर्तमान सरकार में कोई अपनी बात तक नहीं कर सकता। वंचित समाज की कही सुनी नहीं जा रही है।
पुलिस से नोंकझोंक, परिवर्तन चौक पर नारेबाजी
पूर्व घोषित कार्यक्रम होने के कारण राजभवन जाकर राज्यपाल को ज्ञापन देना था लेकिन प्रशासन ने हजरतगंज के परिवर्तन चौक पर ही रोक लिया। इस दौरान पुलिस से कार्यकर्ताओं की नोंकझोंक होती रही।
लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे उनकी एक न चली। उन्होंने बताया कि एडीसीपी मध्य मनीषा सिंह को मांग पत्र सौंपा गया है। वहीं प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों कार्यकर्ताओं को बसों में भरकर पुलिस ने चारबाग छोड़ा तो कुछ को आलमबाग स्थित ईको गार्डेन पहुंचा दिये गये।
ट्रैफिक डायवर्जन के बावजूद व्यवस्था चरमराई, रेंगते रहे वाहन
पूर्व घोषित कार्यक्रम के चलते सोमवार को पुलिस कमिश्नरेट ने 16 मार्गों पर ट्रैफिक डायर्वजन कर रखी थी। जिसके मद्देनजर परिवर्तन चौराहा , हजरतगंज चौराहा समेत कई मार्गों पर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर ट्रैफिक को दूसरे मार्गों पर डायवर्ट किया।
जिससे अन्य मार्गों पर ट्रैफिक का दबाव बढऩे से यातायात व्यवस्था चरमरा गई।
शहरवासी घंटों जाम के झाम में जूझते रहे। परिवर्तन चौक समेत अन्य चौराहों पर बैरिकेडिंग किए जाने से नाराज वकीलों से भी पुलिस की नोकझोंक भी हुई। जिसके बाद वकीलों के लिए रास्ता खोला गया।