लखनऊ । वजीरगंज कोतवाली की लॉरी पुलिस चौकी पर तैनात दरोगा की पिटाई से इलेक्ट्रीशियन राजेश शर्मा (38 वर्ष) की मौत हो गई। बिजली का तार चोरी करने के आरोप में दरोगा ने 12 फरवरी को उसको खूब पीटा। दो दिन बाद शनिवार को इलाज के दौरान राजेश ने दम तोड़ दिया। परिवार वालों ने यह आरोप लगा नेहरू क्रास चौराहे पर शव रखकर प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिलाकर प्रदर्शन समाप्त कराया।
बाजारखाला के खजुआ निवासी दिलीप शर्मा के मुताबिक बेटा राजेश शर्मा इलेक्ट्रीशियन था। राजेश वजीरगंज इलाके में बिजली का काम कर रहा था। ठेकेदार द्वारा पेंमेट न दिए जाने पर पर उसने तार चोरी कर लिया। सात फरवरी को वह चोरी का तार लेकर जा रहा था। इस बीच लॉरी चौकी पर तैनात दरोगा ने उसे पकड़ लिया। वह उसे लॉरी चौकी पर ले गए तार बरामद कर उसे धमकाकर छोड़ दिया।
दिलीप का आरोप है कि 12 फरवरी को राजेश किसी काम से निकला था। रात करीब 10 बजे लौटकर आया तो दर्द से कराह रहा था। उसने बताया कि दरोगा ने आज फिर उसे रोक लिया। कुछ दूरी पर बड़े से कमरे में ले जाकर खूब पीटा। बेटे के शरीर पर चोट के निशान देख परिवार के लोग सहम गए।
मेडिकल स्टोर से दर्द की दवा लाकर बेटे को खिला दी। शुक्रवार को राजेश की तबियत ज्यादा बिगड़ गई। उसे इलाज के लिए बलरामपुर अस्पताल ले गए। जहां प्राथमिक उपचार कर डॉक्टरों ने सिविल अस्पताल भेज दिया। शनिवार सुबह इलाज के दौरान राजेश ने दम तोड़ दिया।
पुलिस चौकी आने-जाने की सीसीटीवी फुटेज इंस्पेक्टर वजीरगंज दिनेश चंद्र मिश्र सात फरवरी को राजेश को चोरी के तार के साथ लॉरी चौकी पर तैनात दरोगा ने पकड़ा था। राजेश नशे की हालत में था। उसके परिवार वालों को सूचित किया गया। परिवार वालों ने उसकी नशे की लत के कारण कोई मतलब न रखने की बात कही थी। जिसपर राजेश को कुछ देर बाद हिदायात देकर छोड़ दिया गया था। लॉरी पुलिस चौकी पर उसके आने और जाने की सीसीटीवी फुटेज है। जिसमें कहीं भी उसके साथ मारपीट होती नहीं दिख रही हैं। 12 तारीख को राजेश के साथ क्या हुआ इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।
शव रखकर किया प्रदर्शन
राजेश के परिवार वालों ने पोस्टमार्टम के बाद नेहरू क्रास चौक पर शव रखकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने दोषी दरोगा पर कार्रवाई, 20 लाख रुपए मुआवजा व परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की मांग को लेकर नारेबाजी की। करीब आधे घंटे चले प्रदर्शन के बाद पुलिस अधिकारियों ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिलाकर प्रदर्शन समाप्त कराया। तब जाकर परिवार वाले अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए।
डीसीपी पश्चिमी, विश्वजीत श्रीवास्तव के मुताबिक, परिवार के आरोप पर जांच की जा रही है। पहले राजेश के परिवार वालों ने लॉरी चौकी ले जाकर पीटने के बात कही। चौकी की सीसीटीवी फुटेज दिखाने पर पिटाई के कोई साक्ष्य नहीं मिले तो दारोगा द्वारा कहीं दूसरी जगह ले जाकर पिटाई करने का आरोप लगाने लगे। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।