तोप सिंह, युवा मीडिया बांदा(ब्यूरो)
69 लाख पौधे रोपे जाएंगे, स्कूलों और नदियों के किनारे भी होगा सघन रोपण
कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को जिलाधिकारी जे. रीभा की अध्यक्षता में जिला वृक्षारोपण समिति और जिला पर्यावरण समिति की अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक में वर्ष 2025 के लिए निर्धारित वृक्षारोपण लक्ष्यों और पर्यावरण संरक्षण के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि वृक्षारोपण के लिए चयनित स्थलों की जानकारी तत्काल जिला वनाधिकारी को उपलब्ध कराई जाए।
संबंधित विभागों को चेतावनी दी गई कि यदि कार्ययोजना समय से प्रस्तुत नहीं की गई तो उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने खंड विकास अधिकारियों और राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपने-अपने क्षेत्रों में नदियों के किनारे वृक्षारोपण के लिए उपयुक्त भूमि चिन्हित कर सूचना डीएफओ को दें। बताया गया कि इस वर्ष वन विभाग द्वारा 69 लाख पौधे रोपे जाएंगे, जिसके लिए गड्ढों की खुदाई और अन्य तैयारियां तत्काल शुरू कर दी जाएं। डीएम ने ग्राम आंध्र भूमि समितियों के गठन, और इंटर कॉलेजों व प्राथमिक विद्यालयों की खाली भूमि पर भी सघन वृक्षारोपण के निर्देश दिए। प्लास्टिक पर सख्ती, कचरा निस्तारण पर जोर
जिलाधिकारी ने प्रतिबंधित प्लास्टिक और थर्माकोल पर रोक लगाने के लिए नगर पालिका और नगर पंचायत अधिकारियों को सघन चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए। साथ ही आरआरसी सेंटर को पूरी तरह से सक्रिय करने और कूड़े के उचित निस्तारण के लिए डीपीआरओ को जिम्मेदारी सौंपी गई। डीएम ने सभी सरकारी अस्पतालों और निजी चिकित्सालयों से बायो मेडिकल वेस्ट का नियमित रूप से निस्तारण कराने के निर्देश भी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिए। वहीं, ठोस और प्लास्टिक अपशिष्ट के मानक अनुसार निस्तारण के लिए भी निर्देशित किया गया। प्रदूषण जांच और जैविक खेती को बढ़ावा
प्रदूषण नियंत्रण विभाग को जिले के प्रमुख नालों के जल प्रदूषण और बायोरैमिडिएशन की जांच के निर्देश दिए गए। साथ ही सड़क और नदी के किनारे कूड़े के डंपिंग पर रोक लगाते हुए जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए भी बांस के पौधे लगाने को कहा गया। जिलाधिकारी ने किसानों को जागरूक करने और नदियों के किनारे बसे गांवों में स्वच्छता अभियान चलाने पर भी जोर दिया। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य, जिला वनाधिकारी अरविंद कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला पंचायतराज अधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका व नगर पंचायत सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।