लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ पुलिस का ऑपरेशन लंगड़ा और ऑलआउट जारी है। क्राइम क्रंटोल के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत ताबड़तोड़ कार्रवाई से फरार वांछित अपराधियों में खौफ का माहौल है।
दुष्कर्म, लूटपाट और हत्या जैसी जघन्य आपरधिक घटनाओं को अंजाम देकर भाग निकलने और धड़ पकड़ के दौरान पुलिस टीम पर फायर झोकने वाले बदमाशों को विकलांगता या फिर मौत का सामना करना पड़ रहा है।
पुलिस की इस ताबड़तोड़ कार्रवाई में जहां एक ओर कई शातिर बदमाशों को पकड़ कर सलाखों के पीछे भेजा जा रहा है तो वहीं कुख्यात बदमाश यमराज के पास भी पहुंच रहे हैं। फिलहाल पुलिस की इस कार्रवाई से हत्या,लूट, दुष्कर्म जैसे जघन्य अपराधों के ग्राफ में कमी आयी है।
लॉरेंस विश्नोई का शार्प शूटर समेत पांच बदमाश मारे गए
एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने मई माह में पांच कुख्यात बदमाशों को मार गिराया है।
28 मई को एसटीएफ ने कोतवाली क्षेत्र हापुड़ में मुठभेड़ के दौरान कुख्यात बदमाश नवीन कुमार निवासी गाजियाबाद को एनकांउटर में ढेर कर दिया। नवीन लॉरेंस विश्नोई गैंग का सक्रिय सदस्य था। हत्या, हत्या के प्रयास , अपहरण , डकैती और मकोका जैसे 20 केस दिल्ली और यूपी में दर्ज हैं। वहीं 21 मई बाराबंकी में एसटीएफ ने एक लाख के इनामी बदमाश ज्ञानचंद पासी को ढेर कर दिया।
मारे गए बदमाश पर हत्या, डकैती, लूटपाट, दुष्कर्म जैसे गंभीर 75 से अधिक मुकदमे दर्ज थे। गोंडा, बहराइच, लखनऊ सहित कई जनपदों में बदमाश की दहशत थी। वहीं 20 मई को इसके साथी सोनू पासी को गोंडा पुलिस ने ढेर किया था, जिस पर 53 मुकदमे दर्ज थे। 18 मई को कौशांबी जिले में पुलिस ने एनकाउंटर में एक कुख्यात बदमाश आरोपी संतोष उर्फ राजू निवासी राजस्थान को मार गिराया।
उस पर 4 करोड़ के कापर वायर से लदे ट्रेलर की लूट और ड्राइवर की हत्या का आरोप था। 18 मई को जौनपुर पुलिस ने एनकाउंटर में गौतस्कर सलमान को ढेर कर दिया। हालांकि उसका साथी मौके से बाइक से भाग निकला था। बदमाशों पर पुलिस पर जानलेवा हमला और गौतस्करी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज है।
एक माह में छह बदमाश सरकारी गोली से घायल
अपराधियों पर नकेल कसने के लिए लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में ऑपरेशन लंगड़ा जारी है। बीते एक माह में पुलिस कमिश्नरेट के अलग-अलग इलाकों से एनकांउटर के दौरान छह बदमाशों को गिरफ्तार किए हैं। इनमें 30 मई को गाजीपुर पुलिस ने 10 हजार के इनामी बदमाश फरमान अली को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपी ने 25 मई को दिनदहाड़े करीब एक किलोमीटर तक दौड़ाकर होटल संचालक मुरसलिन को गोली मारी थी।
पुलिस उसके तीन साथियों को पहले ही जेल भेज चुकी है। वहीं 29 मई को आलमबाग इलाके से बस परिचालक का बैग छीनकर भागने वाले वाले गिरोह के शातिर लुटेरे गौरव उर्फ गौरी को पुलिस मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगी। जिसे गिरफ्तार कर लिया गया।
इसके अलावा 4 साल की मासूम से दुष्कर्म के आरोपी कमल किशोर को मदेयगंज पुलिस ने 28 मई को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया। उधर 17 मई को गोसाईगंज पुलिस ने हत्या व गोकशी गैंगस्टर मामले में वांछित शोएब उर्फ गैंडा निवासी मुजफ्फरनगर को गिरफ्तार किया।
हालांकि इस दौरान दो बदमाश मौके से भाग निकले। 5 मई को गोमतीनगर पुलिस ने चेन स्नेचिंग के मामले में वांछित महेश रावत निवासी श्रावस्ती व मोनू रजपूत को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार सभी बदमाशों के पैर में जवाबी फायरिंग में पुलिस की गोली लगी है।
असलहा तस्करों की तलाश जारी
पुलिस का ऑपरेशन लंगड़ा अपराधियों पर नकेल कसने में कारगर साबित हो रहा है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत अन्य जनपदों में हुई मुठभेड़ों से साफ है कि पुलिस अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने से पीछे नहीं हट रही है।
इन घटनाओं में बरामद हथियारों और आपराधिक रिकॉर्ड से पता चलता है कि गिरफ्तार बदमाश संगठित अपराध में शामिल थे। वहीं बदमाशों के पास मुठभेड़ के दौरान मिले असलहों की छानबीन करते हुए असलहा तस्करों की भी तलाश की जा रही है।