अनवर कुरैशी
लखनऊ। सरोजनीनगर पुलिस ने बीते दिनों ट्रांसपोर्ट नगर से चोरी हुए ट्रकों के मामले में चार युवकों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी के दो ट्रक बरामद कर लिए। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए चारों युवक शातिर अपराधी हैं। वह मरम्मत के लिए या पार्किंग में खड़े ट्रकों को अपना टारगेट बनाते थे।
वजीरगंज के कुंडरी रकाबगंज निवासी दीपेन्द्र दुबे का ट्रक (यूपी 32 एफएन 8996) और आशियाना के सेक्टर – एच, एलडीए कॉलोनी में रहने वाले दीनानाथ का 10 चक्का ट्रक (यूपी 32 एफएन 5271) बीते दिनों ट्रांसपोर्ट नगर से चोरी हो गया था। बाद में जानकारी होने पर दोनों लोगों ने सरोजनीनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। सरोजनीनगर थाना प्रभारी निरीक्षक राजदेव राम प्रजापति ने बताया कि दोनों मामलों की रिपोर्ट दर्ज कर चोरों का पता लगाया जा रहा था।
तभी मुखबिर की सूचना पर सोमवार रात क्षेत्र से ही चार युवकों को पकड़ा गया। पकड़े गये युवकों ने अपना नाम छत्तीसगढ़ प्रांत के दुर्ग जिले में साउथ वसुंधरा नगर, भिलाई व वर्तमान में सरोजनीनगर के मीरानपुर पिनवट निवासी प्रमोद सिंह, दूसरे ने मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में लवकुश नगर थाना अंतर्गत गुडह खुर्द निवासी रामकिशन, तीसरे ने सरोजनीनगर के ही दरोगा खेड़ा निवासी कौशल उर्फ विनोद और चौथे ने अपना नाम मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में थाना बॉडीगढ़ जुझार नगर स्थित खुडेरी गांव निवासी देवेंद्र सिंह बताया। चारों के कब्जे से चोरी के दो ट्रक (यूपी 32 एफएन 8996) और (यूपी 32 एफएन 5271) बरामद कर लिए गये। यह दोनों ट्रैकों पर फर्जी नंबर प्लेट (सीजी 07 सीबी 0977) लगाकर चला रहे थे।
पूछताछ में चारों ने बताया की रामकिशन रिश्ते में देवेंद्र का मामा है और लखनऊ के ट्रांसपोर्ट व्यापारी के यहां ट्रक चलाता। तभी उसकी मुलाकात मुन्ना शर्मा से हुई, जो सरोजनीनगर में ही ट्रकों की बॉडी बनाने का काम करता है। साथ ही प्रमोद सिंह ट्रांसपोर्ट की गाड़ी चलवाने का काम करता। वह इसी सिलसिले में सरोजनीनगर आता जाता। तभी उसकी पहचान विनोद और कौशल से हुई और प्रमोद के माध्यम से विनोद का परिचय रामकिशन से हो गया। इसके बाद चारों ने मिलकर एक गिरोह बनाया और ट्रांसपोर्ट नगर एरिया में तकनीकी खराबी के कारण मरम्मत के लिए खड़े और मालिक द्वारा पार्क किए गए ट्रकों को वह निशाना बनाने लगे।
उनका टारगेट कर चोरी करते और छतरपुर ले जाते। जहां उसकी बॉडी मॉडिफाई करा कर जाली नंबर प्लेट लगाकर उन्हें ट्रांसपोर्ट में चलाने का काम करते। इसमें मुन्ना, रामकिशन और प्रमोद मिलकर ट्रक को पार्किंग से हटाकर सूनसान जगह ले जाते और वहां पहरेदारी कर रहे देवेंद्र व विनोद को सौंप देते। बाद में देवेंद्र, विनोद और रामकिशन ट्रक लेकर छतरपुर चले जाते। छतरपुर में प्रमोद और देवेंद्र का परिचय होने के कारण स्थानीय मैकेनिकों से गाड़ी मालिक बनकर बॉडी मॉडिफाइड करा लेते।
उसके बाद ट्रक को चलवाते या बेचने के बारे में योजना बनाते। पकड़े जाने से बचने के लिए चोरी किए सभी ट्रकों पर प्रमोद सिंह के नाम पर रजिस्टर नंबर प्लेट (सीजी 07 सीबी 0977) का इस्तेमाल करके एक नंबर पर ही चोरी किए गए ट्रकों को चलाने का गोरख धंधा कर रहे थे। थाना प्रभारी ने बताया कि चारों शातिर अपराधी हैं और उनके खिलाफ मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित जुझार नगर, छतरपुर के ही खजुराहो और टीकमगढ़ के अलावा सरोजनीनगर में मामले दर्ज हैं। फिलहाल पुलिस ने बरामद ट्रकों को कब्जे में लेकर चारों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेज दिया है।