भागकर शादी करने के 64 साल बाद, जोड़े को वो शादी मिली जो वो हमेशा से चाहते थे
जैन लड़का हर्षद और ब्राह्मण लड़की मृदु, पहली बार 1960 के दशक में स्कूल में मिले थे। ऐसे समय में जब प्रेम विवाह दुर्लभ थे, उनका रोमांस चुराई हुई नज़रों और हस्तलिखित पत्रों के ज़रिए बढ़ा।
बुज़ुर्ग जोड़े के बच्चों और पोते-पोतियों ने शादी का इंतज़ाम कियाबुज़ुर्ग जोड़े के बच्चों और पोते-पोतियों ने शादी का इंतज़ाम किया
कुछ प्रेम कहानियाँ दिल को छू जाती हैं। गुजरात के हर्षद और मृदु की कहानी उनमें से एक है। उनके सफ़र ने—प्यार, अवज्ञा और अटूट प्रतिबद्धता की—इंटरनेट का ध्यान खींचा है और लोगों की आँखों में आँसू भर दिए हैं।
जैन लड़का हर्षद और ब्राह्मण लड़की मृदु, पहली बार 1960 के दशक में स्कूल में मिले थे। ऐसे समय में जब प्रेम विवाह दुर्लभ थे, उनका रोमांस चुराई हुई नज़रों और हस्तलिखित पत्रों के ज़रिए बढ़ा। लेकिन जब मृदु के परिवार ने उनके रिश्ते का विरोध किया, तो वे भाग गए और एक दोस्त के पास उसके परिवार के लिए एक नोट छोड़ गए, जिसमें लिखा था, “मैं वापस नहीं आऊंगा।”