गुलफाम अहमद, युवा मीडिया
पलहीपुर में 12.89 लाख का फर्जीवाड़ा, अधूरे काम का पूरा भुगतान
सुल्तानपुर (ब्यूरो)। जिले में स्वच्छ भारत मिशन के तहत बड़ा घोटाला सामने आया है। दूबेपुर क्षेत्र के पलहीपुर गांव में ओडीएफ प्लस और कचरा मुक्त योजना में सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है। मई 2022 में पलहीपुर गांव का चयन स्वच्छ भारत मिशन के तहत किया गया था। ग्राम प्रधान, सचिव, पंचायत सहायक और सफाई कर्मी को अमेठी में प्रशिक्षण दिया गया। अक्टूबर 2023 में गांव की जनसंख्या के अनुसार क्रेडिट लिमिट तय की गई।ग्राम प्रधान और सचिव ने
आरआरसी सेंटर में वर्मी कम्पोस्ट, खाद गड्ढा, शौचालय और प्लेटफॉर्म के लिए 26.50 लाख रुपए का अनुमान तैयार किया। आधा-अधूरा काम करवाकर 12.89 लाख रुपए का भुगतान कर लिया गया। शासन स्तर से निरीक्षण के दौरान यह मामला सामने आया। प्रभारी सहायक विकास अधिकारी ने दिसंबर 2024 में निरीक्षण किया। उन्होंने पाया कि काम मानकों के अनुरूप नहीं है। 6 मार्च
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2025 को जिला सलाहकार ने खंड प्रेरक के साथ दोबारा निरीक्षण किया। निरीक्षण में कई खामियां मिलीं। आरआरसी सेंटर में दरवाजा नहीं लगा था। खाद का गड्ढा गुणवत्तापूर्ण नहीं था और टूट रहा था। शौचालय गंदा था और प्रयोग में नहीं था। हैंडपंप के पानी की निकासी के लिए गड्ढा नहीं बनाया गया था। निरीक्षण के दौरान ग्राम प्रधान सीमा यादव भी मौजूद थीं। जांच टीम ने पलहीपुर गांव का निरीक्षण किया। टीम को पूरी ग्राम पंचायत में एक भी कूड़ेदान नहीं मिला।सेंटर के अंदर पानी की टंकी के पास बने प्लेटफॉर्म में भी गड़बड़ी पाई गई। यहां प्लेटफॉर्म की चौड़ाई मात्र 1 फीट है।
नियमों के अनुसार इसकी चौड़ाई 2 फीट होनी चाहिए। पंचायत भवन में ग्राम विकास से जुड़े कोई भी रजिस्टर नहीं मिले। जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट में साफ लिखा कि गांव में नियमानुसार काम कराए बिना ही शासकीय धनराशि का भुगतान ले लिया गया। रिपोर्ट के आधार पर जिला पंचायतराज अधिकारी अभिषेक शुक्ला ने कड़ी कार्रवाई की। उन्होंने ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी किया। साथ ही दोनों के वृत्ति खाते को सीज कर दिया गया है।