तोप सिंह, युवा मीडिया बांदा(ब्यूरो)
●महिला नेतृत्व, सामाजिक समता और संवैधानिक चेतना को किया गया केंद्र में
भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती पर जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने बांदा से सामाजिक न्याय और परिवर्तन की नई चेतना का आगाज़ किया। इंदिरा नगर स्थित जदयू जिला कार्यालय में आयोजित भव्य कार्यक्रम में समाज के हर तबके की भागीदारी रही।
कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहेब के चित्र पर माल्यार्पण और श्रद्धासुमन अर्पित कर की गई। महिला नेतृत्व बना कार्यक्रम की प्रेरणामुख्य अतिथि सुश्री शालिनी सिंह पटेल, प्रदेश अध्यक्ष (महिला प्रकोष्ठ, जदयू उत्तर प्रदेश) ने कहा, “बाबा साहेब ने जिस क्रांति की शुरुआत की, उसे अब महिलाएं नई ऊंचाइयों तक ले जा रही हैं। राजनीति में अब संवेदनशीलता और समानता की नई परिभाषा गढ़ने का समय है।”
प्रदेश प्रवक्ता (सांस्कृतिक प्रकोष्ठ) श्री संतोष अकेला ने कहा, “बाबा साहेब केवल संविधान निर्माता नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना के अप्रतिम योद्धा थे। उनके विचारों को जन-जन तक पहुँचाना ही सच्ची श्रद्धांजलि है।”
सामाजिक सरोकारों की उठी आवाजें
कार्यक्रम की अध्यक्षता युवा प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष पंकज सिंह ने की, जबकि संचालन की जिम्मेदारी जिलाध्यक्ष उमाकांत सविता ने निभाई। वक्ताओं ने बाबा साहेब के विचारों को आत्मसात करने पर बल दिया।
प्रमुख वक्ताओं में गरिमा सिंह पटेल (जिलाध्यक्ष, समाज सुधार वाहिनी), राम प्रजापति (जिलाध्यक्ष, दिव्यांग प्रकोष्ठ), पिंकी प्रजापति (नगर अध्यक्ष, महिला प्रकोष्ठ), काशी प्रसाद याज्ञिक (जिलाध्यक्ष, नगर विकास प्रकोष्ठ), प्रमोद आज़ाद (केंद्रीय अध्यक्ष, बुंदेलखंड आज़ाद सेना), राजेश राष्ट्रवादी और समाजसेवी अटल बिहारी पटेल शामिल रहे।सभी वक्ताओं ने जातिवाद, भेदभाव और असमानता के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की अपील की और डॉ. अंबेडकर को सामाजिक चेतना की ज्वाला बताया।
पत्रकारों का सम्मान और संविधान रक्षा का संकल्प
कार्यक्रम के दौरान लोकतंत्र के प्रहरी पत्रकारों का सम्मान भी किया गया। वक्ताओं ने मीडिया की भूमिका को सामाजिक परिवर्तन में निर्णायक बताया।
अंत में सभी उपस्थितजनों ने संविधान की रक्षा, समता के प्रचार और सामाजिक न्याय की स्थापना हेतु एकजुट संघर्ष का संकल्प लिया। प्रमुख मौजूदगियाँ
इस अवसर पर बाबूलाल चौधरी, अखिलेश यादव, रागिनी तिवारी, सद्दाम हुसैन, नीरज सिंह, शिव मोहन चौधरी, मिथिला सोनी, ज्योति मौर्य, हजरत अली, बिहारी लाल अनुरागी, अर्चना वर्मा, राजन सिंह, लक्ष्मी पटेल सहित दर्जनों कार्यकर्ता व बुद्धिजीवी उपस्थित रहे।