●प्रशासन के खिलाफ़ बढ़ता जनआक्रोश
तोप सिंह, युवा मीडिया बांदा(ब्यूरो)।जिले में प्रशासनिक कार्यशैली के खिलाफ जनआक्रोश बढ़ता जा रहा है। जेडीयू महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी सिंह पटेल ने आज आमरण अनशन के दूसरे दिन भी बांदा के अशोक लाट पर डटी हुई हैं। उनका यह अनशन एडीएम राजेश कुमार वर्मा के खिलाफ़ है, जिन पर आरोप है कि वह बालू खनन माफियाओं से संबंध रखते हैं और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन रोकने में शामिल हैं।
शालिनी सिंह पटेल ने आरोप लगाया कि बीते दिनों एडीएम राजेश कुमार वर्मा ने उनके साथ अभद्रता की। उन्होंने कहा कि वर्मा वर्षों से एक ही जिले में टिके हुए हैं, जो प्रशासनिक नियमों का उल्लंघन है। पटेल ने यह भी आरोप लगाया कि एडीएम जानबूझकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं और खनन माफियाओं को संरक्षण दे रहे हैं।
शालिनी सिंह पटेल के समर्थन में विभिन्न सामाजिक संगठनों और स्थानीय लोगों की भीड़ अनशन स्थल पर उमड़ रही है। जेडीयू कार्यकर्ताओं के अलावा कई महिला संगठनों ने भी इस आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। महिलाओं की बढ़ती संख्या प्रशासन के लिए एक चुनौती बनती जा रही है।
महिला जिला अध्यक्ष रागिनी तिवारी की घोषणा
जेडीयू महिला जिला अध्यक्ष रागिनी तिवारी ने घोषणा की कि 5 मार्च को एक बड़ा विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा और मंडला आयुक्त चित्रकूट धाम मंडल के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा जाएगा। उनका कहना है कि यदि प्रशासन ने इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया, तो आंदोलन को और तेज़ किया जाएगा।
प्रशासन की चुप्पी और संभावित कार्रवाई
अब तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, जिला प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से सलाह-मशविरा कर रहा है। आगे क्या?
शहर में बढ़ते विरोध प्रदर्शनों के बीच यह देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है। क्या एडीएम राजेश कुमार वर्मा पर कोई कार्रवाई होगी, या फिर आंदोलन और उग्र होगा? आने वाले दिनों में यह स्पष्ट हो जाएगा।