राहुल कुमार वर्मा, युवा मीडिया
सुल्तानपुर। बलदीराय तहसील क्षेत्र के ऐंजर के पूरे हनुमान दुबे गांव में सोमवार को संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के शुभारंभ से पहले एक भव्य कलश शोभा यात्रा निकाली गई। गाजे-बाजे और मंगल गीतों के बीच निकाली गई यह यात्रा श्रद्धा और आस्था से ओतप्रोत थी, जिसमें सैकड़ों महिला-पुरुष श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
इससे पूरा क्षेत्र आध्यात्मिक ऊर्जा से भर उठा।सुबह कथा स्थल से प्रारंभ हुई यह शोभा यात्रा गांव के प्रमुख धार्मिक स्थलों, जैसे कि मां काली माता मंदिर, हनुमान मंदिर, दुर्गा मंदिर, डिवहारिन स्थान होते हुए पुनः कथा स्थल पर वापस पहुंची। यात्रा में महिलाओं की टोलियां सिर पर कलश धारण किए मंगल गीत गाती हुई चल रही थीं,
जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया।कथा वाचक पंडित मनीष शुक्ला भैया जी महाराज ने पूजन कराते हुए कहा कि कलश समृद्धि, शुभता और सौभाग्य का प्रतीक है। कलश पर रखा नारियल परिवार के मुखिया के धैर्य और संवेदनशीलता का प्रतीक है, जबकि उस पर सजी पुष्पमाला यह संदेश देती है कि जीवन को सुगंधित और प्रेरणादायक बनाना चाहिए।इस अवसर पर प्रमुख रूप से राम उचित दूबे, जितेन्द्र, उमाशंकर दूबे, दिनेश दूबे, अभिनाश, लवकुश, अंकित दूबे, आलोक, विकास दूबे, भुट्टन, अनुराग, और आचार्य शेषनाथ शास्त्री समेत कई श्रद्धालु उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में मुख्य यजमान जनार्दन दूबे और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती बेला दूबे ने सभी श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया।