मो. अकील खान, युवा मीडिया
सुल्तानपुर। 7 अप्रैल 2025: शिक्षा के साथ-साथ सांस्कृतिक विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्राथमिक विद्यालय अहिमाने में वार्षिकोत्सव समारोह अत्यंत हर्षोल्लास, और रंगारंग माहौल में संपन्न हुआ। इस अवसर पर विद्यालय परिसर को बच्चों द्वारा निर्मित चित्रों, पोस्टरों, रंग-बिरंगे झंडों गुब्बारों और फूलों से सजाया गया, कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित के. डी. सिंह, सर्वेश सिंह ,शाह बानो,
आलोक सिं, गरिमा चौरसिया विशिष्ट अतिथि अमरेंद्र प्रताप सिंह व विद्यालय के समस्त शिक्षकगणों ने बच्चों के प्रयासों की प्रशंसा की। अपने प्रेरणादायी संबोधन में मुख्य अतिथि ने कहा कि “प्राथमिक शिक्षा जीवन की नींव है। और विद्यालयों में ऐसे आयोजन बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।”इसके पश्चात विद्यार्थियों ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
कक्षा एक से पांच तक के छात्रों द्वारा प्रस्तुत स्वागत गीत, देशभक्ति गीत, लोकनृत्य, कविताएं, संवाद नाटक, स्वच्छता और जल संरक्षण पर आधारित लघुनाटिका दर्शकों को बहुत भायी। विशेष रूप से कक्षा पांच के छात्रों द्वारा प्रस्तुत ‘बेटी बचाओ’ पर भावनात्मक कविता ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ भरपूर सराहना प्राप्त की प्रधानाध्यापिका निर्मला सिंह ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि विद्यालय में शैक्षणिक उपलब्धियों के साथ-साथ विद्यार्थियों की समग्र उन्नति पर विशेष बल दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि “विद्यालय को एक आदर्श शिक्षण केंद्र बनाने के लिए शिक्षकों, अभिभावकों और समुदाय के सहयोग से अनेक नवाचार किए गए हैं। कार्यक्रम के अंत में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों कक्षा एक अंकुर, आरुषि, कक्षा दो शिवांस सलोनी कक्षा तीन युवराज, रागिनी कक्षा चार अनुष्का श, निखिल कक्षा पांच राधिका, महक तथा कक्षा पांच के समस्त छात्रों को लंच बॉक्स, बॉटल, पेन, स्मृति चिन्ह पुरस्कार एवं प्रमाणपत्र प्रदान किए गए इसके साथ ही अभिभावकों को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की संपूर्ण रूपरेखा विद्यालय की शिक्षिकाओं द्वारा किया गया, जिसमें प्रमुख रूप से शिप्रा सिंह, राजलक्ष्मी, प्राची सिंह श्रद्धा वर्मा, वैशाली श्रीवास्तव का विशेष योगदान रहा। शिक्षकों ने बच्चों को कार्यक्रम हेतु कई दिनों तक अभ्यास कराया और मंच पर प्रस्तुति के लिए प्रेरित किया। मंच संचालन सर्वेश सिंह व वैशाली श्रीवास्तव के द्वारा किया गया। यह वार्षिकोत्सव न केवल बच्चों की प्रतिभा को मंच देने वाला अवसर रहा, बल्कि यह शिक्षा, संस्कार, सहयोग और सामुदायिक सहभागिता की सजीव मिसाल भी बना,साथ ही साथ संस्कृति, और समर्पण का अद्भुत संगम सिद्ध हुआ, जो विद्यालय परिवार की प्रतिबद्धता का प्रतीक बना।