450 से अधिक निवेशकों ने ईडी कोर्ट में रकम वापस दिलाने के लिए दाखिल किए हलफनामे
लखनऊ । शाइन सिटी घोटाले के मास्टरमाइंड राशिद नसीम की संपत्तियों की जल्द नीलामी की जाएगी। करोड़ों रुपये के इस घोटाले के मुख्य आरोपी राशिद नसीम को ईडी की विशेष अदालत ने पेश होने के लिए 7 फरवरी तक का समय दिया था, लेकिन वह हाजिर नहीं हुआ। अब उसकी संपत्तियों को जब्त कर नीलाम किया जाएगा।
हालांकि पूर्व में फेसबुक पर एक कथित आडियो जारी करते हुए राशिद नसीम ने भारत आकर खुद को निर्दोष होने का दावा किया था लेकिन वो नहीं आया।
शाइन सिटी घोटाले का मुख्य आरोपी राशिद नसीम पहले ही दुबई फरार हो चुका है। उसने निवेशकों को मोटे मुनाफे का लालच देकर हजारों करोड़ रुपये की ठगी की और विदेश भाग गया।
इस घोटाले में शामिल अन्य आरोपियों पर भी जांच एजेंसियों का शिकंजा कसता जा रहा है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इस मामले में सख्त कार्रवाई कर रहा है। अदालत द्वारा दी गई मोहलत खत्म होने के बाद अब राशिद नसीम की संपत्तियों की कुर्की और नीलामी की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। ईडी पहले ही इस घोटाले से जुड़े कई दस्तावेज और संपत्तियां जब्त कर चुकी है।
शाइन सिटी घोटाले में हजारों निवेशकों के पैसे डूब गए। कंपनी ने रियल एस्टेट और अन्य निवेश योजनाओं के नाम पर लोगों से पैसे लिए, लेकिन बाद में कंपनी बंद कर दी गई। जब निवेशकों को उनका पैसा नहीं मिला, तो घोटाले का खुलासा हुआ।
अब ईडी की ओर से राशिद नसीम की संपत्तियों को नीलाम कर निवेशकों को राहत देने की योजना बनाई जा रही है। प्रवर्तन निदेशालय ने यूएई दूतावास के जरिए राशिद नदीम को नोटिस भिजवाया है। हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इससे निवेशकों को उनका पैसा वापस मिल पाएगा या नहीं। प्रशासन और जांच एजेंसियां इस मामले में लगातार कार्रवाई कर रही हैं।
450 से अधिक निवेशकों ने ईडी कोर्ट में अपनी डूबी रकम वापस दिलाने के लिए हलफनामे भी दाखिल किए हैं, जिनका सत्यापन कराया जा रहा है। हाईकोर्ट के आदेश पर अब ईओडब्ल्यू, सीरियस फ्राड इनवेस्टीगेशन आफिस (एसएफआइओ) व ईडी मिलकर शाइन सिटी घोटाले की जांच कर रहे हैं।
सहयोगी कंपनियों की करीब 264 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त
जांच एजेंसियों ने अभी तक शाइन सिटी और उसकी सहयोगी कंपनियों की करीब 264 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। इसमें करीब 150 करोड़ की संपत्ति राशिद नसीम की है, जिसकी वर्तमान बाजार मूल्य करीब एक हजार करोड़ रुपये है। ईडी शाइन सिटी संचालकों व उनके सहयोगियों के विरुद्ध कोर्ट में आरोपपत्र भी दाखिल कर चुका है। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार भगोड़े आर्थिक अपराधी अधिनियम-2018 के तहत आरोपितों के विरुद्ध दायर मुकदमों का ट्रायल पूरा हुए बिना भी संपत्तियों को नीलाम किए जाने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।
कंपनी पर साढ़े पांच सौ से ज्यादा केस
प्रवर्तन निदेशालय ने यूएई दूतावास के जरिए राशिद नसीम को नोटिस भिजवाया है। फिओ एक्ट के तहत आरोपी की चल और अचल संपत्तियां नीलाम करके उससे मिली धनराशि पीडि़तों को दी जाती है।
फिओ एक्ट के तहत 100 करोड़ रुपए से अधिक का आर्थिक अपराध करने वालों पर कार्रवाई होती है। राशिद नसीम यूपी के पहले ऐसे आर्थिक अपराधी हैं जिन पर फिओ एक्ट का मामला ईडी ने दर्ज किया है। जब आर्थिक अपराधी कार्रवाई के डर से विदेश भाग जाते हैं और जांच के दौरान देश आने से करते हैं मना तब फिओ एक्ट के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती।
यह एक्ट लागू होने के लिए आर्थिक अपराधी पर किसी भी अदालत से गैर जमानती वारंट जारी होना जरूरी है। शाइन सिटी ग्रुप के खिलाफ पूरे यूपी में मामले दर्ज हैं। अनुमान है कि कंपनी पर साढ़े पांच सौ से ज्यादा केस हैं। आरोप है कि शाइन सिटी ग्रुप ने हजारों निवेशकों के सैकड़ों करोड़ रुपए हड़प लिए हैं।
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60 हजार करोड़ रुपये का फ्रॉड
राशिद नसीम की शाइन सिटी कंपनी ने अलग-अलग 32 कंपनियों के जरिए 10 लाख से अधिक लोगों के साथ फ्रॉड किया। लोगों से प्लॉट- विला देने के साथ ही सोने-चांदी व हीरे में व्यवसाय करने के नाम पर ठगी की गई। निवेशकों को मोटी कमाई का लालच दिया गया। साथ ही कई निवेशकों को ऐसे प्लॉट या विला बेच दिए गए, जो किसी और के नाम पर रजिस्टर्ड थे या फिर असलियत में थे ही नहीं।
जब मामले खुला तो एक के बाद एक शिकायत सामने आने लगी। गोमतीनगर थाने में ही 450 से अधिक शिकायतें आई थीं. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। कई लोग गिरफ्तार किए गए। इसमें राशिद नसीम की पत्नी और उसका दाहिना हाथ कहा जाने वाला मनीष भी शामिल है। पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद सरकार ने इसकी जांच ईओडब्लू को सौंप दी। बाद में ईडी और एसएफआईओ भी जांच करने लगी। इसी दौरान पांच लाख का इनामी शाइन सिटी कंपनी का मालिक राशिद नसीम देश छोड़कर फरार हो गया।
मेहुल चोकसी के साथ बिजनेस करने लगा राशिद नसीम
देश में ईडी ने राशिद नसीम की तलाश में सर्च ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन उसका सुराग न मिला। 2019 में राशिद नसीम नेपाल में पकड़ा गया, लेकिन उसे वहां जमानत मिल गई। जमानत मिलने के बाद ही वह दुबई भाग गया। ईओडब्लू की जांच में सामने आया था कि राशिद नसीम ने भगोड़े मेहुल चोकसी के साथ हीरे का कारोबार भी किया था। राशिद नसीम के दुबई भागने के बाद उस पर जांच एजेंसियों ने और शिकंजा कसना शुरू किया।