लखनऊ। प्रदेश की योगी सरकार अग्निशमन सेवाओं को सशक्त बनाने और आमजन को फायर सेफ्टी के प्रति जागरूक करने के लिए फायर सेफ्टी वीक के तहत 14 अप्रैल से प्रदेशभर में तीन दिनों तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है। इस दौरान प्रदेशभर में रैली, शिक्षा संस्थानों में निबंध, चित्रकला प्रतियोगिता, व्याख्यान, मॉक ड्रिल, गोष्ठी समेत जागरुकता अभियान चलाया जाएगा।
प्रदेशभर में तीन दिन चलेगा जागरूकता अभियान
एडीजी फायर पद्मजा चौहान के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप हर वर्ष की तरह इस साल पर प्रदेश भर में 14 अप्रैल से फायर सेफ्टी वीक मनाया जाएगा।
इसके तहत 14 अप्रैल से 16 अप्रैल तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। इसकी शुरुआत स्मृति दिवस परेड, पिन फ्लैग से की जाएगी। इसके बाद तीन दिनों तक सभी फायर स्टेशन से फायर रैली निकालकर जनता को जागरुक किया जाएगा। साथ ही जनपद मुख्यालय अैर तहसील स्तर पर स्थापित फायर स्टेशनों के जरिये शिक्षा संस्थानों में स्कूली बच्चों के लिए चित्रकला, निबंध लेखन और व्याख्यान का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा फायर मॉक ड्रिल के साथ मल्टीप्लेक्स, मॉल, अस्पताल, औद्योगिक इकाइयों और सरकारी कार्यालयों में फायर सेफ्टी ऑडिट किया जाएगा ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटने की तैयारी सुनिश्चित हो सके। वहीं ग्रामीण इलाकों में प्रभारी अग्निशमन अधिकारी द्वारा अग्नि सुरक्षा जागरुकता अभियान चलाया जाएगा।
4252 व्यक्तियों और 6540 पशुओं को अग्निकांड से बचाया गया
एडीजी फायर ने बताया कि फायर डिपार्टमेंट कई आधुनिक तकनीकों से लैस हुआ है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में 184 करोड़ से अधिक की धनराशि से आधुनिक व्हीकल और उपकरण खरीदे गये।
वर्ष 2024 में अग्निशमन कर्मियों द्वारा 54,801 अग्नि दुर्घटनाओं पर कार्रवाई की गई। इसमें 4,252 व्यक्तियों और 6,540 पशुओं को बचाया गया जबकि 8 अरब 65 करोड़ रुपये की संपत्ति बचायी गयी।
34 हजार से अधिक को मिला एनओसी
गर्मी के दौरान अग्नि दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में 1 मार्च से 30 जून तक जनपदों के तहसील मुख्यालयों पर 69 सीजनल फायर स्टेशन स्थापित किये गये।
इसी तरह शीतकालीन अग्नि दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए 1 अक्टूबर से 31 दिसम्बर तक शीतकालीन सीजन फायर स्टेशन स्थापित किये गये। वहीं उत्तर प्रदेश अग्निशमन सेवा के ऑनलाइन एनओसी पोर्टल पर वर्ष 2024 से अब तक अग्निशमन अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए 44463 आवेदन प्राप्त हुए है, जिनमें से 34422 आवेदकों को अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया गया जबकि शेष पर कार्यवाही चल रही है।