तोप सिंह, युवा मीडिया बाँदा(,ब्यूरो)।बाँदा जिले की जसपुरा निवासी एक महिला ठेकेदार ने सरकारी कार्यों में भ्रष्टाचार और फर्जी शिकायतों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। उर्मिला निषाद, जो कि पीडब्लूडी में सी श्रेणी की पंजीकृत ठेकेदार हैं, ने आरोप लगाया है कि ठेकेदार निर्मल कुमार तिवारी ने उनके खिलाफ झूठी और कूटरचित शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर उनकी निविदा निरस्त कर दी गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार, उर्मिला निषाद ने 01 फरवरी 2025 को जारी की गई निविदा के अंतर्गत ‘कैरी से बछौधा सम्पर्क मार्ग’ का निर्माण कार्य करने के लिए टेंडर डाला था। उन्होंने सभी
आवश्यक दस्तावेज और प्रमाण पत्र जैसे कि अनुभव प्रमाण पत्र संख्या 482/ऐ-34 से 486/ऐ-34 को सही तरीके से प्रस्तुत किया था। हालांकि, निर्मल कुमार तिवारी ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर प्रार्थिया उर्मिला की निविदा निरस्त करने के लिए अधिकारियों से शिकायत की। इस शिकायत के बाद, अधीक्षण अभियंता और अधिशाषी अभियंता ने 5 लाख रुपये लेकर उनकी निविदा निरस्त कर दी। इस घटना ने उर्मिला निषाद की प्रतिष्ठा और सम्मान को गहरा आघात पहुँचाया है, जिससे समाज में उनका मजाक उड़ाया जा रहा है। उर्मिला ने आरोप लगाया कि इसमें भ्रष्टाचार की संलिप्तता है और उन्होंने संबंधित अधिकारियों और ठेकेदार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने जिलाधिकारी, कमिश्नर, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को इस मामले की गंभीरता से अवगत कराया है और सख्त कार्रवाई की गुजारिश की है।
उर्मिला ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही न्याय नहीं मिला, तो वह अनशन या आत्मदाह जैसे कठोर कदम उठाने के लिए विवश हो सकती हैं। इस मामले में अब तक कोई अधिकारी प्रतिक्रिया देने से बचते नजर आए हैं, जबकि महिला ठेकेदार के लिए यह मामला उनके सम्मान और जीविका का प्रश्न बन गया है।