लखनऊ। राजधानी के रहीमाबाद से गुजरी रेलवे लाइन से गुजरने वाली सहरसा आनंद विहार टर्मिनल गरीब रथ स्पेशल ट्रेन को पलटाने की साजिश के तहत अराजक तत्वों ने अपलाइन पर लकड़ी का भारी तना रख दिया।
गनीमत रही कि अनहोनी के पहले डाउन लाइन से गुजर रही अन्य ट्रेन के पायलट ने स्टेशन मास्टर को बता दिया । तब इधर से गुजरने वाली यात्री और माल गाडिय़ों को दिलावरनगर और रहीमाबाद स्टेशनों पर रोक दिया गया और आधे घंटे के अंदर गहरी साजिश के तहत रखे गए अवरोध को हटवा कर यातायात बहाल करवाया गया।
लोको पायलट की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा
जानकारी के मुताबिक बुधवार तड़के लगभग ढाई बजे बिहार के सहरसा से चलकर आनंद विहार टर्मिनल तक पहुचने वाली गरीब रथ स्पेशल ट्रेन दिलवारनगर स्टेशन से आगे निकली तो कथुलिया के समपार संख्या 40 से 500 मीटर आगे पहुचने पर पॉयलट को डाउन लाइन पर ढाई मीटर लंबा और लगभग 6 इंच मोटा लकड़ी का गुटका हरी आम की कुछ डालियां और भगवा रंग राम राम लिखा रखा कपड़ा ट्रैक पर रखा दिखा तो लोको पायलट ने फौरन स्टेशन मास्टर को सूचित किया। स्टेशन मास्टर ने सम्बन्धित कर्मचारियों को जानकारी देकर गुजरने वाली ट्रेनों को रुकवा दिया।
मौके पर पहुंचे रेलवे स्टाफ और पायलट ने अवरोध हटाकर कर स्टेशन मास्टर को अवगत कराया तब लगभग आधे घंटे बाद यातायात बहाल हो सका। बुधवार दोपहर बाद रेलवे अधिकारियों के निर्देश पर ट्रैक मेंटेनर राजेश रंजन ने रहीमाबाद थाने पर तहरीर देकर रेलवे एक्ट 1989 की धारा 151,153 के तहत अज्ञात साजिशकर्ता के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक आनंद कुमार द्विवेदी ने बताया कि केस दर्ज कर बीटीएस की मदद से ट्रेन के आने से पहले रेलवे ट्रैक के पास सक्रिए मोबाइल नेटवर्क को खंगाला जा रहा है।
लकड़ी का बोटा छिपाने के लिए कपड़े से ढका
लोको पायलट की सर्तकता से बड़ा हादसा टल गया। साजिशकर्ताओं ने बोटे को कपड़े से ढका था, जिससे रेलवे ट्रैक पर रखा किसी को दिखाई न पड़े। वहीं, दिल्ली से लखनऊ की तरफ आने वाली डाउन लाइन पर पत्ते लगी छोटी लकडिय़ां भी बिखेरी थीं, जिन्हें गैंगमेन ने पुलिस की मदद से हटाया।
रेलवे ट्रैक बाधित होने से गरीब रथ करीब एक घंटा खड़ी रही। इस बीच दिल्ली रूट भी प्रभावित हुआ। तीन ट्रेनें काफी देर तक आउटर पर ही रोकनी पड़ीं। डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि रेलवे ट्रैक को लकड़ी रख कर बाधित किए जाने की सूचना आरपीएफ की तरफ से मिली, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। ट्रैक से लकड़ी हटाई गई। गैंगमेन की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
6 महीने पहले भी हुई थी ट्रेन पलटाने की साजिश
24 अक्टूबर की रात मलिहाबाद और काकोरी रेलवे स्टेशन के बीच ट्रेन पलटाने की साजिश की गई थी। अराजकतत्वों ने पटरी पर 2 फीट लंबा, 6 किलो वजनी लकड़ी टुकड़ा और पत्थर रख दिया था। जिससे टकराकर ट्रेन का एक्सल टूट गया था। करीब दो घंटे तक ट्रैक पर ट्रेनों की आवाजाही ठप रही थी।