रवींद्र सिंह युवा मीडिया
लखनऊ। लखनऊ कनेक्शन वर्ल्डवाइड एक वैश्विक फेसबुक समुदाय में 72,000+ सदस्य हैं।इसी समुदाय, ने कल कला स्रोत आर्ट गैलरी, लखनऊ में ‘परपंचु’ अवधी गोष्ठी का सफल आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य अवधी भाषा एवं संस्कृति के संरक्षण तथा संवर्धन के लिए समर्पित व्यक्तियों और संस्थाओं को एक साझा मंच प्रदान करना था जिससे पारस्परिक सहयोग एवं समन्वय को बढ़ावा मिले।
लखनऊ कनेक्शन-वर्ल्डवाइड ग्रुप की मेंटर प्रो. (डॉ.) शोभा बाजपेई ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा, कि
“भाषाएं साहित्य और संस्कृति के बीच सेतु का कार्य करती हैं। मातृभाषा के प्रति जागरूकता एवं सम्मान का भाव समाज में पुनः प्रबल हो रहा है।”
मुख्य अतिथि डॉ. रवि भट्ट ने कहा, कि”अवधी जैसी समृद्ध लोकभाषाएं केवल अभिव्यक्ति का माध्यम नहीं, बल्कि हमारी सभ्यता, स्मृति एवं सांस्कृतिक आत्मा की वाहक हैं। इन्हें संरक्षित करना हमारी सांस्कृतिक पहचान को जीवित रखने जैसा महत्वपूर्ण कार्य है।”
Read also : भाजपा का 46 वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया
कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रदीप सारंग ने गोष्ठी में उपस्थित लोगो को संबोधित करते हुए कहा, कि
“भाषा तब तक जीवित रहती है जब तक उसे बोला जाता है। अवधी हमारी अस्मिता है, और इसे गर्व के साथ प्रस्तुत किया जाना चाहिए।”
कार्यक्रम में कनाडा से आए वरिष्ठ एडमिन अनिल शुक्ला ने कहा, कि”हमारा प्रयास केवल भाषा सहेजने का नहीं, बल्कि आधुनिकता के इस दौर में विरासत में मिली तहज़ीब, संस्कृति, साहित्य एवं लखनवियत को संजोकर आगे बढ़ाने का है। हमारा लक्ष्य एक ऐसे समाज का निर्माण करना है जो अपनी जड़ों पर गर्व करे।”इसके बाद सऊदी अरब से आए ग्रुप एडमिन शोएब कुरैशी ने कहा, “अवधी, अवध की सच्ची पहचान है। हमारी नई पीढ़ी की जिम्मेदारी है कि वह दुनियावी तरक्की के साथ-साथ अपनी मातृभाषा और तहज़ीब को भी आत्मसात करे।अवधी में संवाद करना गर्व की बात है।”


