युवा मीडिया , तौफीक खान
वाराणसी। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से पूर्व युवा फाउंडेशन द्वारा साप्ताहिक महिला सुरक्षा पखवाड़ा के अंतिम दिन थाना कैंट और अधिवक्ताओं के सहयोग से जिला मुख्यालय के गेट के पास चलाया गया और लोगों को जागरूक किया गया। आज के परिवेश में एक पिता होने के नाते, एक भाई होने के नाते डर तो सताता रहता ही है, लेकिन फिर भी लोगों ने अपने मुंह पर पट्टी बांध रखी है। आखिर क्यों, उनके घर के आंगन में चहकने वाली मासूम बच्चों पर भी कोई भी गंदी नजर डाल सकता है। इसलिए जब तक लोग जागरुक नहीं होंगे और अपने घर के साथ-साथ अपने आसपास और समाज के घर की बच्चियों की सुरक्षा के बारे में नहीं सोचेंगे, तब तक इस तरह की घटनाएं हमें रोज पढ़ने, सुनने और देखने को मिल ही जाएंगे। और अगर ऐसा ही चलता रहा तो शायद कल हमारा भी घर इनमे से एक होगा। हमारी भी बेटियां इस तरीके से शारीरिक शोषण की शिकार होंगी।