तोप सिंह, युवा मीडिया* बाँदा(ब्यूरो)
●नहीं हो रही कार्रवाई
बिना फिटनेस, नंबर और परमिट के दौड़ रही सवारियों से भरी गाड़ियां, लोगों में आक्रोश।नरैनी कस्बे में अवैध टैंपो संचालन दिनों-दिन बेकाबू होता जा रहा है। बिना फिटनेस, नंबर प्लेट और परमिट के टैंपो सरपट दौड़ रहे हैं, जिससे सड़क हादसों और चोरी की घटनाएं आम हो गई हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन और परिवहन विभाग की अनदेखी के चलते हालात बिगड़ते जा रहे हैं।
बिना दस्तावेज दौड़ रही गाड़ियां, हादसे के बाद नहीं मिलता मुआवजा
बांदा-नरैनी मार्ग पर दिनभर ओवरलोड टैंपो तेज रफ्तार में दौड़ते हैं। इन वाहनों में कोई भी वैध कागजात नहीं होते, जिसके चलते हादसे के बाद पीड़ित मुआवजे का दावा तक नहीं कर पाते। कई मामलों में जांच के दौरान पता चलता है कि वाहन फर्जी रजिस्ट्रेशन या बिना रजिस्ट्रेशन के हैं। सुरक्षा गार्डों से सांठगांठ का आरोप
स्थानीय लोगों का आरोप है कि सड़क किनारे तैनात सुरक्षा कर्मी अवैध वाहनों से सुविधा शुल्क लेकर आंखें मूंद लेते हैं। कस्बे के मुख्य चौराहे पर अवैध टैंपो का जमावड़ा लगा रहता है, जिससे जिला मुख्यालय की ओर जाने वाले लोगों को भारी जाम का सामना करना पड़ता है। वैध बस स्टॉप का अभाव, यातायात व्यवस्था चरमराई
नरैनी में अब तक कोई वैध बस स्टॉप नहीं है, जिसके चलते सभी डग्गामार वाहन मुख्य चौराहे पर खड़े रहते हैं। शाम के वक्त कोतवाली पुलिस की गश्त के दौरान कुछ देर के लिए कार्रवाई होती है, लेकिन यह स्थायी समाधान नहीं बन पाता। परिवहन विभाग की चुप्पी सवालों के घेरे में,स्थानीय लोगों का कहना है कि परिवहन विभाग के अधिकारी ओवरलोड ट्रकों की पकड़ में तो रुचि लेते हैं, लेकिन कस्बे में धड़ल्ले से दौड़ रहे अवैध टैंपो पर कभी कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती। जनता ने की सख्त कार्रवाई की मांग
कस्बेवासियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि अवैध टैंपो संचालन पर तत्काल रोक लगाई जाए, वैध बस स्टॉप की व्यवस्था हो और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए।