तोप सिंह, युवा मीडिया
बाँदा(ब्यूरो)। बढ़ती गर्मी में पशु-पक्षियों की देखभाल करने की अपील करते हुए समाजसेवी सुमित शुक्ला ने जनपदवासियों से सहयोग की अपील की है। उनका कहना है कि गर्मी के मौसम में जब तालाब और पोखरे सूखने के कगार पर होते हैं ।जो पानी बचता है, वह भी इतना गर्म हो जाता है कि पशु और पक्षी उसे पीने के योग्य नहीं रहते, तब ऐसे में इनकी देखभाल करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी बनती है।
समाजसेवी सुमित शुक्ला ने कहा, “ग्रीष्म ऋतु में पक्षियों जानवरों को भोजन और पानी पाने में बहुत कठिनाई होती है। हम सभी यदि थोड़ा सा समय इनकी सेवा में लगा दें तो यह हमारी एक बड़ी उपलब्धि होगी। गर्मी के इस मौसम में पक्षियों को बचाना हम सभी का पुण्य कार्य हो सकता है।”
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उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि पक्षियों की कई प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर हैं, इसका एक बड़ा कारण घटते जल स्रोत, समाप्त होते तालाब, घटते जंगल हैं। इन कारणों से पक्षी भोजन और पानी की तलाश में दूर-दूर तक जाते हैं, कई बार अनुकूल तापमान न मिलने के कारण उनका अस्तित्व संकट में पड़ जाता है। सुमित शुक्ला ने एक सरल तरीका बताया, जिससे हर व्यक्ति आसानी से पशु-पक्षियों की मदद कर सकता है। उन्होंने कहा, “आप किसी भी जगह पर आसानी से उपलब्ध मिट्टी के घड़े को बीच से फोड़कर, जिस पेड़ पर ज्यादा पक्षी रहते हैं, उसकी एक शाखा पर बांध सकते
साथ ही, एक मोटे कागज का झूला बना कर उसमें पक्षियों के लिए चावल के दाने या खाने योग्य अन्य वस्तुएं और पानी की व्यवस्था प्रतिदिन करें।”उन्होंने इस कार्य को पुण्य का कार्य बताते हुए कहा कि यह छोटे प्रयास पक्षियों के अस्तित्व को बचाने में एक बड़ा योगदान बन सकते हैं। “हम सभी की छोटी सी कोशिश एक बड़ी मुहिम बन सकती है,” उन्होंने कहा। समाजसेवी सुमित शुक्ला की इस पहल को जनपद में हर किसी को अपने घरों और आस-पास के इलाकों में लागू करने की आवश्यकता है, ताकि इस गर्मी में पशु-पक्षियों को राहत मिल सके।