प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर मीडियाकर्मियों को भी किया चोटिल
बीकेटी लखनऊ
,राजधानी लखनऊ में शनिवार को बाबा साहब डॉ.भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को सरकारी जमीन पर रखे जाने को लेकर बवाल उत्पन्न हो गया। प्रतिमा को हटाए जाने पर एक जाति के लोगों ने प्रदर्शन कर दिया। इस दौरान पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन वो नोंक-झोंक कर उलझ पड़े। धक्का मुक्की के बीच सैकड़ो की तादाद में महिलाएं और पुरुषों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया। जिससे वहां भगदड़ मच गई है। इस बवाल में साथ इंस्पेक्टर समेत 8 पुलिस कर्मियों के सिर फूट गए, तो वही मीडियाकर्मियों के कैमरे भी टूट गया साथ ही वह भी चोटिल हो गए। यह पूरा मामला माही गाव हा थाना अंतर्गत मवई कला खंतारी गांव का है। हालांकि, स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पीएसी, आरएफ और आरआरएफ की कंपनियां मुस्तैद है। मीडियाकर्मियों से प्राप्त फोटोग्राफ और वीडियोग्राफी के माध्यम से पुलिस उपद्रव मचाने वालों को चिन्हित कर रही है।
दरअसल, यह पूरा मामला एक गांव के दो पक्षों से जुड़ा हुआ है। सूत्रों की माने तो शुक्रवार रात मवई कला खंतारी गांव निवासी प्रधान पति वीरेंद्र रावत ने गांव में लगने वाली सहकारी समिति बाजार के चौराहे पर बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगा दी थी। उन्होंने ना तो उसकी अनुमति प्रशासन से ली और ना ही पुलिस को इस बारे में जानकारी दी। शनिवार सुबह दूसरे पक्ष के लोगों ने चौराहे पर अंबेडकर प्रतिमा को देख पुलिस प्रशासन को सूचना दिए। गांव में तनाव फैलने की स्थिति को देखते हुए एसडीएम सतीश चंद्र त्रिपाठी समेत पांच थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। जिसमें बीकेटी, इटौंजा, सैरपुर, महिगवां और महिला थाना द्वितीय का पुलिस बल शामिल था। पुलिस बल को देख दूसरा पक्ष भी सामने आ गया और बिना अनुमति के सरकारी जमीन पर लगाई गई अंबेडकर प्रतिमा को हटाने का प्रयास किया। इस पर प्रधान पति व उसके समर्थकों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया।
इस दौरान पुलिस से नोकझोंक हुई। बात बढ़ने पर प्रदर्शनकारी धक्का मुक्की करने लगे। धीरे-धीरे यह विवाद बावल में तब्दील हो गया। जिसमें सैकड़ो महिलाएं पुरुषों के साथ पुलिस टीम पर पथराव करने लगी। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस कर्मियों ने लाठी फटकनी शुरू की, तो वहीं पीएसी जवान आंसू गैस के गोले दागने लगे। बावजूद इसके हालात और भी बिगड़ने लगे हैं। पथराव में मीडियाकर्मियों के कैमरे टूट गए। इनमें से कई पत्रकारों के सिर भी फूट गए। इसके साथ ही महिंगवा थाने में तैनात दरोगा रावेंद्र सिंह, एलआईयू दरोगा शिद्देश वर्मा, बिक्री थाने में तैनात दरोगा शेष मणि मिश्रा, महिला थाना द्वितीय की प्रभारी निरीक्षक मेनका सिंह, महिंगवा थाने में तैनात हेड कांस्टेबल लाल मोहम्मद,जय प्रकाश समेत अन्य महिला आरक्षी भी लहूलुहान हो गई हैं। वहीं,एसडीएम सतीश चंद्र त्रिपाठी के पीठ पर भी पत्थर लगा है।
गुपचुप तरीके से प्रधान पति ने लगाई मूर्ति
सरकारी जमीन पर गुपचुप तरीके से मूर्ति लगाए जाने को लेकर गांव के एक पक्ष में काफी रोष है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान पति ने बिना किसी अनुमति के गांव के चौराहे पर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के प्रतिमा रख दी। बताया जा रहा है कि जिस जगह पर यह प्रतिमा रखी गई थी, वहां सहकारी समिति की बाजार है। इसी बाजार में कई कार्यक्रमों का आयोजन भी होता है। प्रधान पति पर कार्रवाई किए जाने की मांग को लेकर गांव के लोग नारेबाजी करते हुए मूर्ति को हटाए जाने की मांग करने लगे थे। जिससे विवाद ने बवाल का रूप ले लिया।
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