युवा मीडिया, अयोध्या :
महाराष्ट्र के नासिक में राज श्री महंत एकनाथ महाराज ने अपने गुरु, जगद्गुरु परमहंसाचार्य को अत्यंत श्रद्धा और सम्मान व्यक्त करते हुए उन्हें 10 करोड़ की संपत्ति अर्पित की। यह कदम शिष्य की अपने गुरु के प्रति गहरी निष्ठा और श्रद्धा का प्रतीक है, जिसे देख जगद्गुरु परमहंसाचार्य अभिभूत हो गए।
महंत एकनाथ ने यह संपत्ति कुंभ मेले की आगामी तैयारियों को लेकर दी, ताकि उनके गुरु जी को किसी प्रकार की कठिनाई न हो और वे इस महान धार्मिक आयोजन में पूरी श्रद्धा के साथ भाग ले सकें। इसके अतिरिक्त, उन्होंने नासिक में अपने गुरु के लिए एक भव्य आश्रम का निर्माण भी शुरू किया, ताकि गुरु जी को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। जब जगद्गुरु परमहंसाचार्य अपने शिष्य के इस दान और श्रद्धा को देखा, तो वे भाव-विभोर हो गए। उन्होंने शिष्य को आशीर्वाद देते हुए उसकी इस भावना को सराहा और आने वाले कुंभ के आयोजन की तैयारी को लेकर शिष्य की इस भव्य भेंट को खुशी-खुशी स्वीकार किया। यह घटना न केवल गुरु-शिष्य के संबंधों को एक नई ऊंचाई तक ले जाती है, बल्कि समाज में गुरु के प्रति श्रद्धा और निष्ठा की मिसाल प्रस्तुत करती है।