तोप सिंह, युवा मीडिया
बाँदा(ब्यूरो)। रविवार को जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के पदाधिकारियों ने शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव की पुण्यतिथि के मौके पर शहीद दिवस का आयोजन किया। कार्यक्रम का आयोजन जेडीयू कार्यालय, इंदिरा नगर, बाँदा में हुआ, जिसकी अध्यक्षता जेडीयू जिला अध्यक्ष उमा कांत सविता ने की। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि जेडीयू जिला अध्यक्ष समाज सुधार वाहिनी प्रकोष्ठ, गरिमा सिंह पटेल ने कहा, “आज के युवा को भगत सिंह, राजगुरु सुखदेव के सिद्धांतों पर चलने की जरूरत है।
उनके बलिदान ने देश की स्वतंत्रता संग्राम को एक नई दिशा दी थी।” इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जेडीयू महिला प्रदेश अध्यक्ष शालिनी सिंह पटेल ने शहीदों के योगदान पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा, “भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव का बलिदान देश के लिए अमूल्य है। इन तीनों क्रांतिकारियों के बिना आजादी की लडाई अधूरी होती। उनका साहस और संघर्ष आज भी हमें प्रेरणा देता है।”
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शहीद भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि अंग्रेजों से लड़ते हुए इन तीनों ने अपनी जान की आहुति दी। 23 मार्च 1931 को इन तीनों को फांसी पर चढ़ाया गया था, और उनका बलिदान आज भी हमारे दिलों में ताजा है। इस अवसर पर जेडीयू के अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित रहे, जिनमें जेडीयू जिला महासचिव अखिलेश सिंह यादव, काशी प्रसाद याज्ञिक (जिला अध्यक्ष नगर विकास प्रकोष्ठ), नीरज सिंह (जिला उपाध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ), अवधेश कुमार वर्मा, विद्या भूषण पटेल अन्य प्रमुख सदस्य शामिल थे। सभी ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके संघर्ष को कभी न भूलने का संकल्प लिया।
भगत सिंह, सुखदेव राजगुरु का बलिदान भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव का बलिदान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक अभिन्न हिस्सा बन गया है। 23 मार्च 1931 को इन तीनों को फांसी पर चढ़ाया गया था, उनकी शहादत ने भारतीय जनता में क्रांति की एक नई लहर पैदा की थी। उनका अंतिम समय और उनका लेखन आज भी हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी जेडीयू पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने शहीदों के योगदान को याद करते हुए एकजुट होकर उनके विचारों को फैलाने का संकल्प लिया।