तोप सिंह, युवा मीडिया
बाँदा(ब्यूरो)ब्यूरो।नरैनी,आयुष मंत्रालय द्वारा आयुष ग्राम ट्रस्ट के संस्थापक आचार्य डॉ. मदन गोपाल वाजपई को राष्ट्रीय गुरु पद के लिए चयनित किया गया। इस सम्मान के अवसर पर ग्रामवासियों व क्षेत्रीय लोगों ने खुशी व्यक्त करते हुए डॉ. वाजपई का फूलों की माला से भव्य स्वागत किया।
आयुर्वेद चिकित्सा को विश्व पटल पर रखने और वैदिक चिकित्सा विज्ञान आयुर्वेद को नया आयाम देने वाले डॉ. वाजपई ने इस चयन को आयुर्वेद के शिक्षण, प्रशिक्षण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में लिया। इस परंपरा के तहत आयुर्वेद के डॉक्टर शिष्य राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा के जरिए चयनित होंगे और ट्रस्ट में अपनी सेवाएं देंगे। इस कार्यक्रम में ट्रस्ट को कुल चार डॉक्टर शिष्य मिले हैं।
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डॉ. वाजपई ने बताया कि 7 फरवरी 2025 को मंत्रालय द्वारा आयुष ग्राम ट्रस्ट अस्पताल के सभी प्रकल्पों का निरीक्षण किया गया था, जिसमें ओपीडी, आईपीडी, पंचकर्म, औषधि कक्ष, निर्माण शाला, गौ सेवालय, पथ्यशाला आदि शामिल हैं। इसके अलावा, डॉ. वाजपई के द्वारा आयुर्वेद से जुड़े सेमिनार और व्याख्यान आयोजित किए गए हैं, जिनमें एक हजार से अधिक लेख और तीस से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।
डॉ. वाजपई ने बताया कि वे भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष और यूनानी तिब्बती बोर्ड के सदस्य भी रह चुके हैं। उन्होंने अपनी अस्पताल सेवाओं के माध्यम से हार्ट, किडनी और लीवर के रोगियों को रस चिकित्सा से पुनर्जीवित किया है।
मंत्रालय की टीम ने डॉ. वाजपई के कार्यों और समर्पण की सराहना करते हुए उनकी रिपोर्ट आयुष मंत्रालय भारत सरकार को भेजी। राष्ट्रीय गुरु के रूप में सम्मानित होने के बाद डॉ. वाजपई के करीबी लोग और क्षेत्रीय निवासियों ने उनका सम्मान किया। चित्रकूट में संचालित आयुष ग्राम ट्रस्ट पर पहुंचकर डॉ. वाजपई का स्वागत किया गया। इस अवसर पर नरैनी विधायक प्रतिनिधि राकेश दीक्षित, लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी, हरी ओम शुक्ला, पप्पू महराज और आयुष अस्पताल के चिकित्सक डॉ. अनुराधा, डॉ. कपिल राजवंशी, डॉ. शोभना, बाल्मीकि द्विवेदी, अनंत राम त्रिपाठी, और अनुराग वाजपई समेत कई लोग उपस्थित रहे।