उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में आज से ‘गंगा उत्सव 2025’ का शुभारंभ किया गया है। यह आयोजन राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (NMCG) और उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से किया जा रहा है। इस उत्सव का मुख्य उद्देश्य गंगा नदी की स्वच्छता, संस्कृति और संरक्षण को लेकर जनजागरूकता फैलाना है।
गंगा उत्सव के तहत पूरे प्रदेश में स्वच्छता अभियान, सांस्कृतिक कार्यक्रम, चित्रकला प्रतियोगिता, पदयात्रा और नुक्कड़ नाटक आयोजित किए जा रहे हैं। स्कूली बच्चों और युवाओं को विशेष रूप से शामिल किया गया है ताकि वे गंगा की महत्ता को समझें और उसके संरक्षण में योगदान दें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से इस अभियान का शुभारंभ करते हुए कहा कि “गंगा हमारी सांस्कृतिक धरोहर और जीवन रेखा है। इसके संरक्षण में हर नागरिक की भूमिका महत्वपूर्ण है।”
गंगा उत्सव 2025 के तहत वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, बरेली, गोरखपुर और मथुरा जैसे प्रमुख जिलों में विशेष आयोजन किए जा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन ने नदी तटों की सफाई और जल प्रदूषण नियंत्रण के लिए कई योजनाएं लागू की हैं।
राज्य सरकार ने यह भी घोषणा की कि “गंगा स्वच्छता पखवाड़ा” को अब हर वर्ष नवंबर में राज्यव्यापी आयोजन के रूप में मनाया जाएगा।

