Google के Gemini ऐप में आया नया फीचर “Nano Banana” इन दिनों सोशल मीडिया पर जबरदस्त वायरल हो रहा है। यह एक AI-आधारित इमेज और 3D मॉडल क्रिएशन फीचर है, जो यूज़र्स को सिर्फ एक टेक्स्ट प्रॉम्प्ट या अपनी फोटो से मिनी 3D फिगर (Nano Figure) बनाने की सुविधा देता है।
लोग इस फीचर के ज़रिए अपनी “AI Mini Versions” बना रहे हैं और इंस्टाग्राम, एक्स (Twitter) तथा यूट्यूब पर शेयर कर रहे हैं। भारत में भी यह ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है और #NanoBananaAI हैशटैग लगातार ट्रेंड कर रहा है।
हालाँकि, कुछ यूज़र्स ने शिकायत की है कि इस फीचर ने उनकी निजी जानकारी (Private Details) को उजागर कर दिया। कुछ इंस्टाग्राम यूज़र्स ने दावा किया कि Gemini का “AI Saree” या “Nano Banana” टूल उनकी पुरानी तस्वीरों और डेटा से जुड़े सुझाव दिखा रहा था।
Google ने इन दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यूज़र्स की निजता कंपनी की सर्वोच्च प्राथमिकता है और Gemini सिस्टम में डेटा का इस्तेमाल “सिर्फ फीचर सुधारने के लिए” किया जाता है, न कि सार्वजनिक रूप से साझा करने के लिए।
टेक विशेषज्ञों के मुताबिक, “Nano Banana” जैसे ट्रेंड यह दिखाते हैं कि AI अब यूज़र-जेनरेटेड कंटेंट की दिशा में कितना आगे बढ़ चुका है, लेकिन इसके साथ डेटा-सुरक्षा और प्राइवेसी जैसे सवाल भी लगातार उठते रहेंगे।
🧩 Final Thoughts:
“Nano Banana” ट्रेंड ने यह साबित किया है कि AI Art और 3D Creativity अब आम लोगों की पहुंच में है। मगर इसके साथ यह याद रखना भी ज़रूरी है कि हर नई तकनीक के साथ निजता और डेटा सुरक्षा को प्राथमिकता देना जरूरी है।


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