युवा मीडिया, लखनऊ : उत्तर प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के गुजर जाने के बाद पिछले दो दिनों से तेज रफ्तार पछुआ चल रही है। मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेशभर में उत्तरी पछुआ हवा गुरुवार तक चलती रहेगी। इसके असर से तापमान में हल्की गिरावट देखने को भी मिल रही है। हालांकि, लगभग एक माह पहले तक हाड़ कंपा देने वाली ठंड ने सभी को परेशान कर दिया था। बच्चे और बूढ़ों के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भी एडवाइजरी जारी की थी। कड़ाके की ठंड में सबसे ज्यादा दिक्कत मजदूरों व असहायों को हो रही थी। इसी को ध्यान में रखते हुए द होप फाउंडेशन ने एक अनूठी पहल की शुरुआत की
राजकीय नेशनल होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज (लखनऊ) और मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय (लखनऊ) की टीमों ने दिया महत्वपूर्ण योगदान
थी। नगर निगम लखनऊ के सहयोग से स्थापित इस रैन बसेरे में अलाव, शुद्ध पेयजल और दिहाड़ी मजदूरों-राहगीरों और झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों को सुरक्षित आश्रय की व्यवस्था की गई। बुधवार को इस अस्थायी रैन बसेरे के समापन के उपलक्ष्य में एक बार फिर स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में योगदान देने वाले विशेषज्ञों और छात्रों में डॉ. प्रियंका भट्ट (विभागाध्यक्ष कम्युनिटी मेडिसन), डॉ. शबनम, डॉ. अरविंद कुमार, डॉ. अविनाश कुमार यादव, डॉ. सिया, डॉ. देवयानी, डॉ. पूजा सिंह, डॉ. आस्था सक्सेना और डॉ. राम विशाल यादव मौजूद रहे। नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर के
माध्यम से न केवल मरीजों को इलाज मुहैया कराया गया, बल्कि उन्हें स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी किया गया। वहीं, द होप फाउंडेशन की ओर से रविंद्र मिश्रा, देवानंद गौतम, प्रीति कुरील, वेद प्रकाश गुप्ता, सौम्या सिंह, अरुणिमा सिंह, प्रिया सिंह, स्मिता सिंह, संजय, माला, शिल्पी, सद्दाम, डेल्विन देवासिया, पवन कुमार यादव, दीपाली, साक्षी श्रीवास्तव, अंजलि, सान्या, शशि कला और दीनानाथ मौजूद रहे।