अदाणी ग्रुप ने भारत में हवाईअड्डों के बड़े पैमाने पर विस्तार की घोषणा की है। कंपनी 2030 तक एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने के लिए 15 अरब डॉलर (लगभग 1.25 लाख करोड़ रुपये) तक का निवेश करने जा रही है। इस योजना का उद्देश्य यात्रियों के तेजी से बढ़ते दबाव को देखते हुए देश के प्रमुख एयरपोर्ट्स को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएँ देना है। यह जानकारी Reuters की रिपोर्ट में सामने आई है।
किन एयरपोर्ट्स में होंगे बदलाव :

इस विशाल योजना के तहत अदाणी ग्रुप निम्न एयरपोर्ट्स में मेगा अपग्रेड करेगा:
अहमदाबाद एयरपोर्ट, जयपुर एयरपोर्ट, लखनऊ एयरपोर्ट, गुवाहाटी एयरपोर्ट
इसके अलावा कई क्षेत्रीय हवाईअड्डों का भी आधुनिकीकरण किया जाएगा।
वर्तमान में Adani Airports भारत के सबसे बड़े निजी एयरपोर्ट ऑपरेटरों में शामिल है और देश के कई प्रमुख हवाईअड्डों का संचालन कर रहा है।
विस्तार योजना में क्या-क्या शामिल हैं :
अदाणी ग्रुप के इस मेगा प्रोजेक्ट में कई बड़े विकास कार्य शामिल होंगे:
नए आधुनिक टर्मिनल : यात्रियों की क्षमता बढ़ाने के लिए कई एयरपोर्ट्स पर नए टर्मिनल बनाए जाएंगे।
मौजूदा टर्मिनल विस्तार : भीड़ कम करने के लिए टर्मिनल एरिया को मौजूदा आकार से कई गुना बढ़ाया जाएगा।
रनवे अपग्रेड : हाई कैपेसिटी रनवे, टैक्सीवे, और बेहतर एप्रन सुविधाएँ विकसित की जाएंगी।
अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी : AI-based सिस्टम, स्मार्ट बैगेज हैंडलिंग और डिजिटल सुरक्षा उपाय लागू किए जाएंगे।
यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाएँ : लाउंज, फूड कोर्ट, डिजिटल नेविगेशन, हाई-स्पीड कनेक्टिविटी, बेहतर पार्किंग स्पेस
भारत के एविएशन सेक्टर पर इसका असर : घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की बढ़ती संख्या को संभालना आसान होगा। नए रोजगार पैदा होंगे और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी मजबूत होगी। एयरपोर्ट्स की क्षमता और सेवा गुणवत्ता में तेज़ी से सुधार आएगा। भारत की एविएशन इंडस्ट्री को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में मदद मिलेगी।
अदाणी ग्रुप का यह 15 अरब डॉलर का निवेश न केवल भारत के एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाएगा, बल्कि आने वाले वर्षों में यात्रियों को हाई क्वालिटी और अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएँ भी उपलब्ध कराएगा। अहमदाबाद, जयपुर, लखनऊ और गुवाहाटी जैसे प्रमुख शहरों में इसका सीधा फायदा देखने को मिलेगा।

