लखनऊ। पारा मोहान रोड स्थित निर्वाण संस्था में रह रहीं 25 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। एक-एक कर सभी को लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसमें से दो बालिकाओं ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वहीं 14 बच्चों का इलाज चल रहा है जबकि चार बालिकाओं को इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। प्रारंभिक जांच में फूड पॉइजनिंग की आशंका जताई जा रही है।
25 बच्चों को लोकबंधु अस्पताल में कराया गया था भर्ती
निर्वाण संस्था में अनाथ मानसिक रूप से कमजोर बच्चों को आश्रय दिया जाता है। डीपीओ विकास सिंह ने बताया कि संस्था में 147 बालिकाएं थीं। रविवार से अचानक एक के बाद एक बालिकाओं की तबीयत बिगडऩे लगी। बालिकाओं को उल्टियां हो रही थीं। उन्हें इलाज के लिए लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इनमें से दो बालिकाओं की मौत हो गई। दोनों की उम्र लगभग 13 वर्ष है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का सही कारण पता चल सकेगा।
रविवार रात को खराब हुई तबीयत
23 मार्च से 26 मार्च के बीच बाल सुधार गृह से कुल 25 बच्चे लाकर लोकबंधु अस्पताल में भर्ती किए गए। जिनमें से बुधवार को 2 की मौत हो गई हैं। मरने वालों में रेनू और दीपा नाम की बच्ची हैं। इसके अलावा 2 बच्चों गोपाल और लकी को गंभीर हालत के चलते केजीएमयू रेफर किया गया है। गौरतलब है कि निर्वाण संस्था के तहत अनाथ मानसिक रूप से कमजोर बालिकाओं को आश्रय दिया जाता है। डीपीओ विकास सिंह ने बताया कि संस्था में 147 बालिकाएं थीं। रविवार से अचानक एक के बाद एक बालिकाओं की तबीयत बिगडऩे लगी। बालिकाओं को उल्टियां हो रही थीं।
जागा प्रशासन, खाद्य वस्तुओं के 16 नमूने लिए
निर्वाण संस्थान के दो बच्चों की मौत के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया। खाद्य विभाग ने संस्थान में दाल, चावल, सब्जियां, मसालों व तेल आदि के 16 नमूने एकत्र किए। पानी के भी सैंपल लिए गए हैं। संस्थान में फिल्टर युक्त वाटर कूलर नहीं था। अधिकारी बीमारी फैलने का बड़ा कारण पानी की गुणवत्ता को मान रहे हैं। महिला कल्याण निदेशक संदीप कौर, डिप्टी सीएमओ समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। आरओ प्लांट लगाने के निर्देश दिए गए हैं।